माता-पिता को बच्चों के दोस्त व मार्गदर्शक की भूमिका निभानी चाहिए – अनिल मलिक
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – नगर के राजकीय कन्या महाविद्यालय के एनएसएस कैम्प में बच्चों व युवाओं में मनोवैज्ञानिक समझ-बाल संरक्षण में मददगार विषय पर आयोजित सेमिनार में छात्राओं को संबोधित करते हुए बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केन्द्रों की स्थापना के राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि आज के तकनीकी एवं दूरसंचार के युग में जरूरी है कि परिवार में बच्चे, युवा एवं बुजुर्ग तीनों पीढ़ी एक बेहतर सामंजस्य स्थापित करते हुए अपना जीवन यापन करें।
आधुनिक समाज में जनरेशन गैप पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ता ही जा रहा है, जिसकी वजह से इंसान की आपसी राय उसका दृष्टिकोण, सोचने का नजरिया तथा काम करने का तरीका भिन्न होता जा रहा है। जिस कारण माता-पिता को बच्चों की बेहतर परवरिश को लेकर समझ नहीं आ रहा कि सही क्या है और गलत क्या है? सामाजिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो बच्चों के बेहतर संरक्षण के लिए बालमन को समझने की जरूरत है। उनको एक ऐसा साथ चाहिए जो अपने अनुभव एवं ज्ञान से बच्चों को सही राह दिखा पाए।
माता-पिता की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि अपने स्तर पर बच्चों को प्राथमिक जानकारी प्रदान करते रहें, तो बेहतर नतीजे मिलेंगे। माता-पिता को बच्चों के दोस्त व मार्गदर्शक की भूमिका निभानी चाहिए। इस मौके पर मुख्य रूप से कालेज की एनएसएस कोऑर्डिनेटर नेहा, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के आजीवन सदस्य नीरज कुमार, अंकित व हिमानी गुप्ता मौजूद थे।